
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण अब तक 8 लोगों की मौत हो गई है। इनमें लातूर में तीन, बीड में दो और छत्रपति संभाजीनगर, नांदेड़ और धाराशिव में एक-एक लोगों की मौत बिजली गिरने, डूबने और अन्य कारणों से हुई है।
एक अधिकारी ने बताया कि मराठवाड़ा के आठ जिलों में 766 घरों को बाढ़ से नुकसान पहुंचा है। 33,010 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर लगी फसलें खराब हो गईं। बीड और धाराशिव में पांच बांध, कई सड़कें, पुल और स्कूलों को भी नुकसान पहुंचा है।
इधर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता और आसपास के जिलों में बारिश से मरने वालों का आंकड़ा 10 पहुंच गया है। इनमें 8 मौतें सिर्फ कोलकाता में हुईं। 10 में से 9 लोगों की मौत करंट लगने से हुई। कोलकाता के कई इलाके लगातार दूसरे दिन जलमग्न हैं।
कोलकाता में सोमवार देर रात से मंगलवार सुबह तक 251.4 मिमी बारिश हुई थी। कोलकाता में 39 साल बाद एक दिन में इतनी ज्यादा बारिश हुई थी। इससे पहले 26 सितंबर 1986 को एक दिन में 259.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।
भारी बारिश के चलते पूरा कोलकाता के ज्यादातर इलाकों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। 30 से ज्यादा फ्लाइट्स और कई ट्रेनें कैंसिल की गईं। स्कूल-कॉलेजों में 25 सितंबर तक छुट्टी की गई है। मूसलाधार बारिश से कई दुर्गा पूजा पंडालों और मूर्तियों को भी नुकसान पहुंचा है।